सूर्यास्तोत्रम्

सूर्यास्तोत्रम् शुकतुण्डच्छविसवितुश्चण्डरुचे: पुण्डरीकवनयन्योः। मण्डलमुदितं बन्दे कुण्डलमाखण्डलाशायाः ।।१।। यस्योदतास्तसमये सुरमुकुटनिघृष्टचरणकमलोऽपि । कुरुतेऽज्ञ्जलिं त्रिनेत्रः स जयति धाम्नां निधिः सूर्यः ||२|| उदयाचलतिलकाय प्रणतोऽस्मि वियस्वते गृहेशाय। अम्बरचूडामण्ये दिग्वनिताकर्णपूराय।।३।। जयति जनानन्दकर: करनिकरनिरस्ततिमिरसङ्गातः । लोकालोकालोकः कमलारुणमण्डलः…

सूर्य प्रार्थना

सूर्य प्रार्थना चौ० – सूर्यदेव ! मैं सूमिरौं तोही। सुमिरत ज्ञान बुद्धि दे मोही ।। तुम आदित परमेश्वर स्वामी। अलख निरञ्जन अन्तरजामी।। ज्योति प्रताप तिहूँ पुर राजै। रूप मनोहर कुण्डल…

चाक्षुषोपनिषद् (चाक्षुषी विद्या)

चाक्षुषोपनिषद् (चाक्षुषी विद्या) इस चाक्षुषी विद्याके श्रद्धा विश्वासपूर्वक पाठ करने से नेत्र के समस्त रोग दूर हो जाते हैं। आँख की ज्योति स्थिर रहती है। इसका पाठ नित्य करने वाले…

शिवाष्टकम्

शिवाष्टकम् जय शिव शंकर, जय गंगाधर, करुणाकर करतार हरे, जय कैलाशी, जय अविनाशी, सुखराशि, सुखसार हरे, जय शशि शेखर, जय डमरूधर जय जय प्रेमगार हरे, जय त्रिपुरारी, जय मदहारी, अमित,…

श्रीसूर्यस्तवराजः

श्रीसूर्यस्तवराजः सूर्य देव का सबसे प्रिय सूर्य देव के 21 नाम वाला श्रीसूर्यस्तवराज का प्रतिदिन पाठ करने से होती है सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण । और कुष्ठ जैसे रोगों…

वर्ष 2022 का वार्षिक राशिफल

वर्ष 2022 का राशिफल वार्षिक राशिफल 2022 वार्षिक राशिफल 2022 नया साल 2022 सभी के लिए नई उम्मीदें, नए सपने, नया लक्ष्य और नई चुनौतियों से सामना होने का साल…

कुछ ऐसे मंत्र जो नित्य प्रति नियम पूर्वक जीवन में अपनाने से देखने को मिलते हैं चमत्कारी लाभ

कुछ ऐसे मंत्र जो नित्य प्रति नियम पूर्वक जीवन में अपनाने से देखने को मिलते हैं चमत्कारी लाभ प्रातः हाथ देख कर बोलें कराग्रे वसते लक्ष्मी, करमध्ये सरस्वती। करमूले स्थितो…

आरती श्री गणेश जी की 

आरती श्री गणेश जी की जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।। लड्डुअन का भोग लगे, सन्त करे सेवा ।। जय ।। एक दन्त…

गणपति वन्दना, गणेश वंदना

गणपति वन्दना ॐ श्री गणेशाय नमः गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः। गुरुः साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः ।। प्रणम्य शिरसा देवं गौरीपुत्रं विनायकम् । भक्तावासं स्मरेन्नित्यमायुः कामार्थ सिद्धये ।। वक्रतुण्ड…

देव्यपराधक्षमापनस्तोत्रम्

देव्यपराधक्षमापनस्तोत्रम् नमन्त्रं नो यन्त्र तदपि च न जाने स्तुतिमहो नचाह्वान ध्यानं तदपि च न जाने सतुतिकथाः । नजाने मुद्रास्ते तदपि च न जाने विलपनं परं जाने मातस्त्वदनुसरणं क्लेशहरणम् ।।१।। विधेरज्ञानेन…